अंबिकापुर हनुमान मंदिर: छत्तीसगढ़ में कई सारे प्राकृतिक और धार्मिक पर्यटन स्थल हैं, जिनमें से कुछ स्थल रहस्यमई हैं। इन्हीं में से एक है सरगुजा के लमगांव में स्थित हनुमान मंदिर। इस लेख में हम इसी मंदिर के बारे में और इससे जुड़ी मान्यताओं एवं कहानियों के बारे में जानेंगे।
हनुमान जी का यह मंदिर छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के लमगांव में स्थित है। यह मंदिर अपनी रखी मूर्ति के कारण काफी प्रसिद्ध है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में स्थित रखी मूर्ति का आकार समय के साथ बढ़ रहा है। जब इस मूर्ति की स्थापना मंदिर में की गई थी, तब इसका आकार लगभग एक से डेढ़ फिट था, लेकिन अब यह बढ़कर लगभग तीन से चार फिट का हो चुका है।
अंबिकापुर हनुमान मंदिर की कहानी
लमगांव में स्थित हनुमान जी की मूर्ति से जुड़ी कहानी भी बहुत दिलचस्प है। ऐसा माना जाता है कि बाबा त्रिवेणी नामक एक व्यक्ति थे, जिनके सपने में हनुमान जी ने उन्हें दर्शन दिए और उनसे कहा कि वे एक पेड़ में फंसे हुए हैं, वे उन्हें उस पेड़ से बाहर निकालें। यह सपना बाबा त्रिवेणी को उनके कई बार आया। फिर बाबा त्रिवेणी जी उस पेड़ के पास गए और पेड़ को काटकर देखा, तो सच में वहां हनुमान जी की मूर्ति थी। इसके बाद मंदिर की स्थापना की गई और मूर्ति वहां को स्थापित किया गया। कई सालों बाद यह पता चला कि मूर्ति के आकार में बदलाव हो रहा है, और समय के साथ वह बढ़ रही है, जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1995 में हुआ था। इसके अलावा इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां वर्ष 2002 से रामचरितमानस का 24 घंटे पाठ किया जा रहा है, साथ ही अखंड दीप प्रज्वलित किया गया है। रामायण का पाठ करने के लिए विशेष पुजारियों को नियुक्त किया गया है, जो दिन-रात तीन-तीन घंटे लगातार पाठ करते हैं। इसके लिए इन्हे मंदिर समिति की तरफ से धनराशि भी मिलती है।
हनुमान मंदिर में हर शनिवार और मंगलवार को भारी भीड़ होती है, और लोगों का मानना है कि यहां सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही हर शनिवार को भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। इस मंदिर में एक राम दरबार भी है, जो स्वयं प्रकट हनुमान जी के मंदिर के सामने स्थित है। इस राम दरबार में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण की मूर्तियां हैं, साथ ही राधा और कृष्ण की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं। इस राम दरबार की दीवारों पर रामायण से जुड़े चित्र बनाए गए हैं, जो रामायण की कहानी को खूबसूरती से दर्शाते हैं।
हनुमान जी के दर्शन करने के लिए सरगुजा के लुंड्रा विकासखंड के लमगांव में स्थित हनुमान मंदिर तक पहुंचना बेहद आसान है। यह अंबिकापुर से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर है और नेशनल हाईवे 43 पर स्थित है। लमगांव मंदिर का एक प्रवेश द्वारा भी बनाया गया है, जिससे लगभग 2.5 किलोमीटर आगे जाकर आप मंदिर तक अपनी दोपहिया या चारपहिया वाहन से पहुंच सकते हैं।
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